उत्तर प्रदेश के हापुड़ जनपद के थाना गढ़मुक्तेश्वर पुलिस ने 25 बंदरों को मौत के घाट उतारने वाले दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से दीमक मारने की दवाई (फैराडॉन ) का एक पैकेट भी बरामद हुआ है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 429 के तहत मामला दर्ज कर वैधानिक कार्रवाई शुरू कर दी है।
इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 15 मई को थाना गढ़मुक्तेश्वर पुलिस को सूचना प्राप्त हुई थी। कि झड़ीना की तरफ जाने वाली नहर की पटरी पर वन विभाग की जमीन पर पेड़ों में कुछ बंदर न पड़े हुए हैं। सूचना के आधार पर तत्काल प्रभाव से पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां करीब 25 बंदर मृत अवस्था में पाए गए। जिनके पास अखबार के टुकड़े पर गुड़ रखा हुआ मिला।
इसकी सूचना तत्काल प्रभाव से वन विभाग की टीम व पशु चिकित्सकों को मौके पर बुलवाया गया और सभी बंदरों का पोस्टमार्टम करवाने के बाद थाना गढ़मुक्तेश्वर पर मुकदमा संख्या 221/ 2023 धारा 9/ 51 वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 धारा 429 दर्ज किया गया और इस घटना को कार्य करने वाले लोगों की तलाश शुरू कर दी गई।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस ने अपने सूत्रों के चलते इस घटना को अंजाम देने वाले कपिल पुत्र चंद किरण चौहान व रोहतास उर्फ लाला पुत्र मेघराज चौहान को गिरफ्तार किया। जिनके कब्जे से दीमक मारने वाली दवाई (फैराडॉन)का एक खाली पैकेट भी बरामद किया
उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान अभियुक्तों ने बताया कि उनकी तीन- तीन बीघा जमीन में गन्ने की खेती है। जहां पर इन बंदरों ने खेतों में गन्ने की बुवाई के तुरंत बाद ही गन्ना निकालकर बर्बाद कर दिया और उन्हें पिछले कई वर्षों से बंदरों के द्वारा लगातार नुकसान हो रहा है। उन्होंने बताया कि भगाने पर बंदर काटने को दौड़ते हैं। इसी बात से क्षुब्ध होकर उन्होंने 13 मई को खाद्य भंडार मेडिकल स्टोर कस्बा गढ़मुक्तेश्वर से 1 किलो (फैराडॉन) दीमक मारने की दवाई खरीदी थी और 14 मई को बांकेलाल की दुकान से 2 किलो गुड़ खरीदा। दोनों ने ही वह दवाई गुड़ में मिलाकर बंदरों को खाने के लिए रख दिया था।
अभियुक्तों का यह भी कहना है कि उन्होंने यह सोचा था। कि दीमक की दवाई से बंदर बेहोश हो जाएंगे और डर के कारणों से लाकर को छोड़कर चले जाएंगे। लेकिन बंदर उसे खाते ही मर गए। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि फिलहाल इन दोनों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई शुरू कर दी गई है।